Friday 16 December 2016

बेडरूम के लिए वास्तु के नियम - Vastu for Bedroom

भारत में वास्तुशास्त्र को पवित्र विज्ञान के रूप में माना गया है जो कि लोगो को एक तनावमुक्त ज़िंदगी जीने में मदद करता है। लोग सदियों से वास्तु पर निर्भर होकर जीवन के साथ उचित तारतम्य मिलाते हैं और समस्याओं से कंधे से कंधा मिलाकर चलते हैं। वस्तु आपके बेडरूम के लिए और भी अधिक ज़रूरी है, जहां आप दुनिया की सारी चिंताओं से मुक्त होकर तनावरहित नींद को प्राप्त कर पाते है। बेडरूम की स्थिति को वास्तुनुसार निर्धारित कर आप अपने घर की समस्यो का निवारण कर सकते है | एक मुख्य बात जो  यहाँ  महत्वपूर्ण है, वो यह है कि, बेडरूम कि डिजाइन और निर्माण के समय  बेड की जगह, स्थिति, रंग का चुनाव, दिशा, दरवाजे और खिड़कियों के स्थान के साथ फर्नीचर इलेक्ट्रॉनिक्स उपकरणों को भी वास्तुनुसार ही व्यवस्थित करना चाहिए।

Vastu Tips for Bedroom 

  •  घर में सुख शान्ति बरक़रार रखने के लिए सोने के कमरे की दिशा हमेशा पश्चिम की तरफ होनी चाहिए।                      
  • बिस्तर लगाते समय इस बात का हमेशा ध्यान रखें कि इसे इस तरह से लगाया जाए कि सोने वाले का सिर दक्षिण की तरफ हो।                                                     
  • उत्तर की तरफ सिर करके सोने से पूरी तरह परहेज करें क्योंकि इससे बुरे सपने आते हैं और नींद भी अच्छी आती है ।                                                                         
  • अगर आप अपने कमरे में किताबों की अलमारी रखना चाहते हैं तो इसके लिए वास्तु के हिसाब से पश्चिमी या दक्षिण पश्चिमी दिशा सबसे उपयुक्त है |                                               
  • मास्टर बेडरूम के निर्माण के लिए दक्षिण पश्चिमी दिशा सबसे उपयुक्त होती है। अन्य बेडरूम मास्टर बेडरूम के पूर्वी या उत्तरी कोने में बनाए जा सकते हैं।                                               
  • चौकोर और समकोण आकार के सोने के कमरे घर में सुख और शांति बनाए रखने के लिए सबसे उत्तम माने गये है। बिना किसी आकार के कमरों से हमेशा परहेज करें।                               
  • सोने के कमरे का दरवाज़ा कम से कम 90 डिग्री पर खुलना चाहिए। इससे आपके जीवन में सकारात्मक अवसरों की बहार जाएगी। आपके सोने के कमरे का दरवाज़ा आपके जीवन में आने वाले  सभी अवसरों का प्रतीक होता है। एक दरवाज़ा जो पूरी तरह खुल नहीं सकता, आपके जीवन में आने वाले अवसरों को सीमित कर देता है।  
                                                       
  • जब आप पहली बार अपने सोने के कमरे में घुसें तो आपको शान्ति और अपनेपन का अनुभव होना काफी आवश्यक है। ऐसी भावनाएं किसी तस्वीर, प्रेरणादायक विचार, कलाकृति, मूर्ति या फूलों के द्वारा भी मन में लायी जा सकती हैं। इन चीज़ों को अपने कमरे में इस तरह सजाकर रखें कि कमरे में घुसते ही आपकी नज़र इनपर पड़े।                                                             
  • अपने कमरे की उल्टी तरफ की दीवार पर आईना ना लगाएं क्योंकि इससे नींद बाधित होती है। ऐसी स्थिति में आईना आपकी छवि को प्रतिबिंबित करता है और तनाव को बाहर निकलने नहीं देता है।     
  • नीले, हरे और ऑफ़ वाइट के हल्के पेस्टल शेड्स आपके सोने के कमरे के लिए जो आदर्श रंग हैं। अपने कमरे में गहरे या अतिरिक्त चमकीले रंगों का प्रयोग करने से परहेज करें।                               
  • वास्तुशास्त्रनुसार आपको  अपने  सोने के कमरे में एक्वेरियम नही रखना चाहिए| ऐसा माना जाता है कि इसके सोने के कमरे में होने पर संपत्ति की हानि होती है।                                     
  • सोने के कमरे में भगवान् की मूर्तियाँ भी नही होनी चहिए| इनकी सही जगह आपके पूजा के घर में है।   
  • सोने का कमरा वह स्थान है जहां पर आप सपना देखते हैं। यह वह कमरा है जो आपको सारी चिंताओं से मुक्त करता है और आपको एक बेहतरीन और गाढ़ी नींद से नवाजता है, जिससे आपकी अगली सुबह ताजगी भरी, उर्जायुक्त और सकारात्मक महसूस कर पाते है। हम अपने जीवन का करीबन एक तिहाई भाग सोने में गुजारते हैं। अतः अगर आप वास्तुशास्त्रनुसार अपने सोने के कमरे की साज सज्जा करेंगे, तो आपके जीवन का यह एक तिहाई हिस्सा काफी सुखमय रूप से बीतेगा।


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